क्या आपको पता है Bank loan Project report कितने सिम्पल तरीके से बना सकते हैं?
दोस्तों, Grow With Kalpana मे आपका स्वागत है. दोस्तो तो क्या आपको पता है आप कितने सिम्पल तरीके से Bank loan का प्रोजेक्ट रिपोर्ट खुद बना सकते है, इसी विषय पर आज मै आपको पूरी जानकारी देना चाहूंगी. प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने के लिए नीचे दिए गए इंपॉर्टेंट पॉइंट के ऊपर हम एक नजर डालते हैं
- INTRODUCTION
- MARKET
- PROMOTER
- LOCATION
- ABOUT BUILDING
- PROCESS
- MACHINERY
- RAW MATERIALS
- WORKING CAPITAL
- TOTAL COST OF THE PROJECT
- MEANS OF FINANCE
- PROFITABILITY
- DEPRECIATION
- TOTAL INTEREST
- NET PROFIT
PROJECT REPORT
नीचे दिये गये सभी पॉईंट के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. इसी पॉईंट के निकष पर आधारित आप आपणा Project report खुद बना सकते है.
1.INTRODUCTION
आपके युनिट ॲड्रेस के बारे मे बताये.आपका सर्विस सेक्टर है या मॅन्युफॅक्चरिंग सेक्टर है मेंशन करे. आप के प्रोडक्ट के बारे मे पूरी जानकारी लिखे.
2.MARKET
आप जो भी प्रॉडक्ट Manufacturing करेंगे या सर्विस देंगे तो उसका मार्केट प्लेस कहा पे रहेगा ये पुरी तरहा से लिखे.
मार्केट मे प्रॉडक्ट के डिमांड कैसी है? कितनी है? मार्केट मे प्रोडक्ट सेल करने की आपकी स्ट्रॅटेजी क्या है?
3.PROMOTER
जो बिजनेस का हेड है जो की उसे प्रोप्रायटर कहते है,खुद के बारे मे लिखना है, खुदके स्किल्स के बारेमे लिखना है. खुद का इंट्रोडक्शन लिखना है, आपकी पढाई के बारे मे लिखना है, आपके बिजनेस अनुभव के बारे मे लिखना है.
4.LOCATION
आपके बिजनेस का लोकेशन कहा है वो लिखना है, बिजली है क्या? कामगार लोग है क्या? वहासे मार्केट नजदीक है क्या? रोड हे क्या? उस जगा के बेनिफिट्स क्या है? ये जानकारी पूरी डिटेल मे आपको लिखनी है.
आपको कितनी जगा लगेगी? जगा किस तरह की चाहिये? ऑफिस, शेड, स्टोर के लिये जगा कितनी लगेगी? या जगा रेंट की है या खुद की है? जगा का इस्टिमेट देना पडेगा. जगा कन्स्ट्रक्टेड है या ओपन प्लेस है बताना पडेगा. अगर आपकी जगह ओपन प्लेस है तो कंस्ट्रक्शन के लिए आपको कितना खर्चा लगेगा वह लिखना है, कंस्ट्रक्शन का कोटेशन बना लें।
6.PROCESS
आप के बिझनेस मे प्रोसेसिंग कैसे होगी डिटेल्स मे बताना पडेगा. Manufacturing सेक्टर है तो मनुफॅक्चरिंग सेक्टर का बताइये अगर सर्विस सेक्टर का है तो सर्विस सेक्टर का बताये.
7.MACHINERY
आपको लगने वाली टोटल मशिनरी कि लिस्ट बनाये. पहिले मशिनरी के कोटेशन्स ले. मशनरी के कोटेशन नुसार प्राईस कॅल्क्युलेशन करे. मशिनने को लगने वाली टोटल कॉस्ट लिखना है
8.RAW MATERIALS
आपको बिजनेस चलाने मे एक महिने मे कितना रॉमटेरियल लगेगा लिखना है. आपको कितना मटरियल लगता है उसकी लिस्ट तयार करे. उसकी कीमत लिखे.
9.WORKING CAPITAL
हार दिन एक्झॅक्टली आपको कितना Investment लगता है हो लिखे. उसमे आपको कितना Raw material लगेगा, Light बिल,वॉटर बिल, लेबर चार्ज , ट्रांसपोर्टेशन चार्ज , टेलिफोन बिल, एक्स्ट्रा चार्जेस, पॅकेजिंग
चार्जेस इसका टोटल अमाऊंट निकाले, और देखे हर दिन में आपको कितना इन्वेस्टमेंट लगेगा उसे हि कहते है वर्किंग कॅपिटल लगेगा.
10.TOTAL COST OF THE PROJECT
टोटल मशिनरी को लगने वाली किंमत +शेड अंड कन्स्ट्रक्शन+वर्किंग कॅपिटल (वर्किंग कॅपिटल एक महीने का लिखे) ये सबको मिलाके जो आपका कॉस्ट आयेगा ओ होगा आपका टोटल कॉस्ट ऑफ द प्रोजेक्ट.
11.MEANS OF FIANANCE
इसका अर्थ है की आप बिजनेस के लिए पैसे कहा से लायेंगे. आप खुद का पैसा है तो खुद का पैसा भी लगा सकते है, आप बँक से लोन भी ले सकते है.इस्मे आप कॅल्क्युलेट करेंगे आप कितने पर्सेंट खुदका पैसा लगायेंगे, अगर आपको सबसिडी मिल रही है तो बताओ कितने पर्सेंट है, आप बँक से लोन कितने परसेंट का कर रहे है. 100% मेसे ये तीन अलग-अलग कॉस्ट निकाले जैसे की, खुदका पैसा+ सबसिडी+बँक लोन=100%
12.PROFITABILITY(PROFIT)
साल भर मे आपका कितना सेल होगा? हर महीने में कितना सेल होगा? हर दिन मे आपका कितना सेल होगा? इसका कॅल्क्युलेशन कर के बजेट कितना होता है वो देखन है?
सेल्स-कॉस्ट ऑफ डी प्रोडक्शन=प्रॉफिट
13.DEPRECIATION
जैसे हमने नई मशिनरी ली तो हर साल पुरानी होती जायेंगी. जनरली सीए मशिनरी के लिये 15% Depreciation लगाते है आपको भी उतना ही लगाना है. उदाहरण के तौर पर देखे तो, अगर आपकी मशनरी कॉस्ट 100000 की है तो, उस्का Depreciation 15% याने 15000 रुपये होगा. इसि तरह ऊस मशनरी का हर् साल 15000 रुपये की व्हॅल्यू कम होगी.आपने कितने साल के लिए प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाया उतने साल का Depreciation यहा कॅल्क्युलेट करके उसका व्हॅल्यू लिखे.
14.TOTAL INTEREST
ये लोन लेने मे आपको टोटल कितना रेट ऑफ इंटरेस्ट लगेगा लिखना है, टोटल इंट्रेस कितना लगेगा उसका व्हॅल्यू लिखना है. हर साल का इंटरेस्ट यहा पे कॅल्क्युलेट करके लिखे.
15.NET PROFIT
नेट प्रॉफिट=टोटल सेल्स पर डे-कॉस्ट ऑफ प्रोडक्शन
नेट प्रॉफिट मे से आपका हर साल का Depreciation जायेगा. हर साल का बँका का इंटरेस्ट भी आपको लगाना है. ये सब जाके जो भी आपके पास बचेगा वो ही आपका नेट प्रोफिट रहेगा.
दोस्त जब आप बिझनेस करते है तब आपको सभी कॅल्क्युलेशन समझने चाहिए. तभी आप बिझनेस के सक्सेसफुल Goal तक पहुच सकते है. अगर इतने सारे आपके पास एक्झॅक्ट कॅल्क्युलेशन है दुनया की कोंसी भी बँक आपके Project report नही कर पायेंगी. और आपको सफल होने से भी कोई नही रोक सकता.
ऐसी हीअच्छी जानकारी पाने के लिए बने रहे, Grow With Kalpana के साथ
इसे भी पढे,
क्या आप जानते हैं 1 पेन से भी आप अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं
बैंक हमारा बिज़नेस लोन प्रोजेक्ट रेजर क्यों करती हैं?
कोरोना वायरस से बचने के सुरक्षात्मक उपाय
आपको बिजनेस चलाने मे एक महिने मे कितना रॉमटेरियल लगेगा लिखना है. आपको कितना मटरियल लगता है उसकी लिस्ट तयार करे. उसकी कीमत लिखे.
9.WORKING CAPITAL
हार दिन एक्झॅक्टली आपको कितना Investment लगता है हो लिखे. उसमे आपको कितना Raw material लगेगा, Light बिल,वॉटर बिल, लेबर चार्ज , ट्रांसपोर्टेशन चार्ज , टेलिफोन बिल, एक्स्ट्रा चार्जेस, पॅकेजिंग
चार्जेस इसका टोटल अमाऊंट निकाले, और देखे हर दिन में आपको कितना इन्वेस्टमेंट लगेगा उसे हि कहते है वर्किंग कॅपिटल लगेगा.
10.TOTAL COST OF THE PROJECT
टोटल मशिनरी को लगने वाली किंमत +शेड अंड कन्स्ट्रक्शन+वर्किंग कॅपिटल (वर्किंग कॅपिटल एक महीने का लिखे) ये सबको मिलाके जो आपका कॉस्ट आयेगा ओ होगा आपका टोटल कॉस्ट ऑफ द प्रोजेक्ट.
11.MEANS OF FIANANCE
इसका अर्थ है की आप बिजनेस के लिए पैसे कहा से लायेंगे. आप खुद का पैसा है तो खुद का पैसा भी लगा सकते है, आप बँक से लोन भी ले सकते है.इस्मे आप कॅल्क्युलेट करेंगे आप कितने पर्सेंट खुदका पैसा लगायेंगे, अगर आपको सबसिडी मिल रही है तो बताओ कितने पर्सेंट है, आप बँक से लोन कितने परसेंट का कर रहे है. 100% मेसे ये तीन अलग-अलग कॉस्ट निकाले जैसे की, खुदका पैसा+ सबसिडी+बँक लोन=100%
12.PROFITABILITY(PROFIT)
साल भर मे आपका कितना सेल होगा? हर महीने में कितना सेल होगा? हर दिन मे आपका कितना सेल होगा? इसका कॅल्क्युलेशन कर के बजेट कितना होता है वो देखन है?
सेल्स-कॉस्ट ऑफ डी प्रोडक्शन=प्रॉफिट
13.DEPRECIATION
जैसे हमने नई मशिनरी ली तो हर साल पुरानी होती जायेंगी. जनरली सीए मशिनरी के लिये 15% Depreciation लगाते है आपको भी उतना ही लगाना है. उदाहरण के तौर पर देखे तो, अगर आपकी मशनरी कॉस्ट 100000 की है तो, उस्का Depreciation 15% याने 15000 रुपये होगा. इसि तरह ऊस मशनरी का हर् साल 15000 रुपये की व्हॅल्यू कम होगी.आपने कितने साल के लिए प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाया उतने साल का Depreciation यहा कॅल्क्युलेट करके उसका व्हॅल्यू लिखे.
14.TOTAL INTEREST
ये लोन लेने मे आपको टोटल कितना रेट ऑफ इंटरेस्ट लगेगा लिखना है, टोटल इंट्रेस कितना लगेगा उसका व्हॅल्यू लिखना है. हर साल का इंटरेस्ट यहा पे कॅल्क्युलेट करके लिखे.
15.NET PROFIT
नेट प्रॉफिट=टोटल सेल्स पर डे-कॉस्ट ऑफ प्रोडक्शन
नेट प्रॉफिट मे से आपका हर साल का Depreciation जायेगा. हर साल का बँका का इंटरेस्ट भी आपको लगाना है. ये सब जाके जो भी आपके पास बचेगा वो ही आपका नेट प्रोफिट रहेगा.
दोस्त जब आप बिझनेस करते है तब आपको सभी कॅल्क्युलेशन समझने चाहिए. तभी आप बिझनेस के सक्सेसफुल Goal तक पहुच सकते है. अगर इतने सारे आपके पास एक्झॅक्ट कॅल्क्युलेशन है दुनया की कोंसी भी बँक आपके Project report नही कर पायेंगी. और आपको सफल होने से भी कोई नही रोक सकता.
ऐसी हीअच्छी जानकारी पाने के लिए बने रहे, Grow With Kalpana के साथ
इसे भी पढे,
क्या आप जानते हैं 1 पेन से भी आप अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं
बैंक हमारा बिज़नेस लोन प्रोजेक्ट रेजर क्यों करती हैं?
कोरोना वायरस से बचने के सुरक्षात्मक उपाय
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
Thanks for your comments